
सामान्य ज्ञान इलेक्ट्रिसिटी के बारे में
दोस्तों विधुत ( Electricity ) तो सब जानते हो क्या है लेकिन कोई हमें इसका मतलब पूछे तो हम बता नहीं पाते , विद्धुत ऊर्जा का एक ऐसा रूप है जिसे न छुआ जा सकता है और न ही देखा जा सकता है ,लेकिन इसके प्रभाव को महसूस किया जा सकता है | ( elecricity is an invisible & untouchable from of enegy , but it can be felt through its effects. )
इसके तीन अंग होते है –
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विभव ( VOLTEG ) – जो दाब विधुत प्रवाह को प्रवाहित होने करने के लिए जिम्मेदार होता है उसे वोल्ट कहा जाता है इसे V से दर्शाया जाता है वोल्टेज चेक करने के लिए वोल्ट मीटर का उपयोग किया जाता है |
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धारा ( CURRENT ) – एक अणु से दूसरे अणु की ओर जिस इलेक्ट्रान का प्रवाह होता है उसे करेंट कहा जाता है इसे C या I से दर्शाया जाता है करेंट चेक करने के लिए एम्पियर मीटर का उपयोग किया जाता है|
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प्रतिरोध ( RESISTANCE ) – विद्धुत धारा को विद्धुत वाहक के द्वारा जो प्रतिरोध किया जाता है उसे प्रतिरोध कहा जाता है इसे Ω से दर्शाया जाता है |
विद्धुत के प्रकार – Type of Electricity
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स्थिर विद्धुत ( static electricity)
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गतिशील विद्धुत ( Dynamic electricity)
गतिशील विद्धुत दो प्रकार है –
प्रत्यावर्ती धारा ( Alternating Current ) – अल्टेरनेटिंग करंट ( AC Current ) वह विद्धुत धारा जो कुछ समय अंतराल पर अपनी दिशा व मान दोनों बदलता है इस विधुत का उपयोग घरो व कार्यालो में किया जाता है भारत में करंट की फ्रीक्वेंसी 50 Hz होती है |
दिष्ट धारा ( Direct Current ) – जिस धारा में मान व दिशा दोनों ही नहीं बदलता उसे डायरेक्ट करंट ( DC Current ) कहा जाता है |
वोल्टेज ( VOLTEG ) – जो दाब विधुत प्रवाह को प्रवाहित होने करने के लिए जिम्मेदार होता है उसे वोल्ट कहा जाता है इसे V से दर्शाया जाता है वोल्टेज चेक करने के लिए वोल्ट मीटर का उपयोग किया जाता है
करेंट ( CURRENT ) – एक अणु से दूसरे अणु की ओर जिस इलेक्ट्रान का प्रवाह होता है उसे करेंट कहा जाता है इसे C या I से दर्शाया जाता है करेंट चेक करने के लिए एम्पियर मीटर का उपयोग किया जाता है |
ओम के नियम – वाहक का तापमान कायम रखते हुए विधुत धारा में होने वाला परिवर्तन विधुत दाब के समानुपाती व विद्धुत विरोध के व्यस्क के अनुक्रमानुपाती होता है |
प्रतिरोध ( RESISTANCE ) – विद्धुत धारा को विद्धुत वाहक के द्वारा जो प्रतिरोध किया जाता है उसे प्रतिरोध कहा जाता है इसे Ω से दर्शाया जाता है |
शक्ति ( POWER ) – विधुत के कार्य करने की दर को सकती कहा जाता है इसे V से दर्शाया जाता है |